IPOs This Week:इस हफ्ते में खुल रहे हैं 10 आईपीओ ग्रे मार्केट में 60% तक ऊपर चल रहा है शेयर का भाव

IPOs This Week भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर IPO की बहार आ चुकी है। 21 जुलाई से शुरू हो रहे सप्ताह में कुल 11 कंपनियां अपना Initial Public Offering (IPO) लॉन्च करने जा रही हैं। इसमें मेनबोर्ड, SME और SM REIT कंपनियां शामिल हैं। खास बात यह है कि इन इश्यूज को लेकर ग्रे मार्केट में जबरदस्त हलचल देखी जा रही है—कुछ कंपनियों के शेयर तो लिस्टिंग से पहले ही 60% तक के प्रीमियम पर ट्रेड हो रहे हैं।

निवेशकों के बीच उत्साह का माहौल है और हर कोई इस IPO सीजन में अच्छा रिटर्न कमाने की उम्मीद कर रहा है। लेकिन क्या ये सभी IPO सच में फायदे का सौदा साबित होंगे? या इसमें कुछ ऐसे भी हैं जो केवल भीड़ का हिस्सा हैं? आइए इस लेख में पूरी जानकारी के साथ जानते हैं कि इस हफ्ते के IPOs में क्या खास है, किनपर दांव लगाना चाहिए और किनसे बचना बेहतर है।


IPOs This Week : इस सप्ताह IPO की बाढ़ क्यों?

मौजूदा बाजार भाव और निवेशक उत्साह

मार्केट सेंटीमेंट्स अभी बेहद पॉजिटिव चल रहे हैं। NSE और BSE इंडेक्स लगातार ऊपर की ओर बढ़ रहे हैं, और निवेशकों की लिक्विडिटी भी बनी हुई है। ऐसे में कंपनियों को पूंजी जुटाने के लिए IPO लॉन्च करना सबसे बेहतर विकल्प लगता है। जब तक मार्केट में बूम रहता है, तब तक कंपनियां ज्यादा से ज्यादा फंडिंग का फायदा उठाने की कोशिश करती हैं।

निवेशकों का मूड भी बहुत बुलिश है। जिन्होंने पिछली बार की IPO रैली में अच्छा पैसा बनाया था, वो इस बार फिर से किसी मौके की तलाश में हैं। साथ ही, नए निवेशक भी बड़े रिटर्न की उम्मीद में IPOs में एंट्री ले रहे हैं। यही वजह है कि कंपनियां एक के बाद एक IPO ला रही हैं।

कंपनियों की पूंजी जुटाने की रणनीति

कंपनियों को नए प्रोजेक्ट्स, कर्ज चुकाने, या एक्सपेंशन के लिए फंड की जरूरत होती है। IPO इसके लिए सबसे पारदर्शी और असरदार तरीका है। कुछ कंपनियां प्राइवेट इक्विटी या वेंचर कैपिटल की एग्जिट स्ट्रैटेजी के तहत भी IPO लाती हैं। IPO से ब्रांड वैल्यू भी बढ़ती है और कंपनी को लिस्टेड एंटिटी का दर्जा मिल जाता है।

इस बार खास यह है कि SM REIT जैसी स्कीम्स भी शामिल हैं, जिससे रियल एस्टेट कंपनियों को रिटेल इन्वेस्टर्स से सीधे पैसा जुटाने का नया विकल्प मिला है।


IPOs This Week : इस हफ्ते खुलने वाले प्रमुख IPOs की सूची

मेनबोर्ड vs SME IPOs

इस बार 11 IPOs में से करीब 5 मेनबोर्ड कंपनियां हैं और 6 SME या REITs। SME IPOs छोटे साइज के होते हैं लेकिन इनका GMP कई बार मेनबोर्ड से भी अधिक होता है। SME सेक्टर के IPOs में क्विक रिटर्न की उम्मीद की जाती है, लेकिन इसमें जोखिम भी ज्यादा होता है।

SM REIT जैसे नए इन्वेस्टमेंट चैनल्स भी इस बार शामिल हैं, जैसे PropShare Titania, जो रिटेल निवेशकों को कम दाम में रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट का अवसर देती है।

दिन-वार इश्यू की शुरुआत और समाप्ति

IPO का नामओपनिंग डेटक्लोजिंग डेटटाइप
Anthem Biosciences14 जुलाई16 जुलाईमेनबोर्ड
Savy Infra & Logistics21 जुलाई23 जुलाईSME
PropShare Titania REIT22 जुलाई25 जुलाईSM REIT
Indiqube Spaces23 जुलाई25 जुलाईमेनबोर्ड
GNG Electronics23 जुलाई25 जुलाईSME
Monarch Surveyors22 जुलाई24 जुलाईSME
TSC India23 जुलाई25 जुलाईSME
Shanti Gold24 जुलाई26 जुलाईSME

IPOs This Week : ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) का ट्रेंड

GMP क्या संकेत देता है?

GMP यानी ग्रे मार्केट प्रीमियम उस भाव को दर्शाता है जिस पर किसी IPO के शेयर अनौपचारिक बाजार में लिस्टिंग से पहले ट्रेड कर रहे होते हैं। उदाहरण के लिए, अगर किसी शेयर का इश्यू प्राइस ₹100 है और GMP ₹60 है, तो इसका मतलब है कि वह ₹160 पर ट्रेड हो रहा है—यानी 60% का संभावित मुनाफा।

GMP निवेशकों की भावना को दर्शाता है, लेकिन इसे फुलप्रूफ इंडिकेटर नहीं माना जा सकता। फिर भी, यह एक अच्छा ट्रेंड गाइड जरूर है।

टॉप 5 IPOs का GMP विश्लेषण

IPO नामइश्यू प्राइसGMP (₹)संभावित लिस्टिंग प्राइस
Anthem Biosciences₹570₹143₹713
Monarch Surveyors₹250 (अनुमानित)₹150₹400
Indiqube Spaces₹237₹40₹277
Savy Infra₹120₹10₹130
GNG Electronics₹225₹40₹265

IPOs This Week : निवेशकों के लिए सुनहरा मौका या खतरा?

लिस्टिंग गेन का अवसर

IPO में निवेश का सबसे बड़ा आकर्षण होता है “लिस्टिंग गेन” यानी जब कंपनी के शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होते हैं, उस दिन के शुरुआती व्यापार में ही निवेशकों को बड़ा लाभ हो सकता है। इस हफ्ते खुल रहे कई IPOs में GMP 20% से लेकर 60% तक चल रहा है—इसका मतलब है कि निवेशक लिस्टिंग के दिन ही मोटा मुनाफा कमा सकते हैं।

उदाहरण के लिए, Monarch Surveyors का GMP ₹150 के आसपास है, जो इश्यू प्राइस का लगभग 60% प्रीमियम दर्शाता है। इसी तरह Anthem Biosciences का GMP ₹143–₹165 के बीच है। ऐसे में अगर किसी को अलॉटमेंट मिल जाता है, तो वो आसानी से पहले दिन ही शानदार रिटर्न पा सकता है।

लेकिन सिर्फ लिस्टिंग गेन के लिए निवेश करना हमेशा समझदारी नहीं होती। GMP एक अनौपचारिक मार्केट है और इसमें बदलाव तेजी से होता है। इसलिए निवेशक को यह समझना चाहिए कि एक दिन की कमाई के लालच में वह लॉन्ग टर्म ग्रोथ के मौकों को मिस न करे।

IPOs This Week : लॉन्ग टर्म या शॉर्ट टर्म रणनीति?

हर IPO लॉन्ग टर्म के लिए नहीं होता और हर IPO शॉर्ट टर्म में भी पैसा नहीं बनाता। एक समझदार निवेशक को यह तय करना होता है कि वह किस उद्देश्य से निवेश कर रहा है। अगर कंपनी की फाइनेंशियल्स मजबूत हैं, बिजनेस मॉडल स्केलेबल है, और भविष्य की ग्रोथ स्पष्ट है—तो लॉन्ग टर्म निवेश फायदेमंद हो सकता है।

जैसे कि Indiqube Spaces और Anthem Biosciences, ये दोनों कंपनियां अपने-अपने सेक्टर में लीडिंग प्लेयर हैं और लॉन्ग टर्म में इनका ग्रोथ पोटेंशियल हाई है। वहीं, SME कंपनियों में लिस्टिंग के बाद उतार-चढ़ाव बहुत तेज हो सकता है, इसलिए शॉर्ट टर्म गेन की प्लानिंग वहां ज़्यादा सही बैठती है।

निवेशक चाहे लॉन्ग टर्म प्लेयर हो या शॉर्ट टर्म ट्रेडर, उसे सही एंट्री, रिसर्च और रिस्क अपेटाइट को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना चाहिए।


IPOs This Week : टॉप IPOs का विस्तृत विश्लेषण

Anthem Biosciences

Anthem Biosciences हेल्थकेयर और बायोटेक इंडस्ट्री की प्रमुख कंपनी है, जो APIs और इंटरमीडिएट्स बनाती है। इसने पहले भी बड़े क्लाइंट्स के साथ काम किया है, जिनमें Pfizer, Cipla जैसे ब्रांड्स शामिल हैं। कंपनी का टर्नओवर और मुनाफा लगातार बढ़ रहा है, जो इसकी मजबूत फाइनेंशियल हैल्थ को दर्शाता है।

इस बार का IPO ₹570 के प्राइस बैंड में आया है और ग्रे मार्केट में इसका GMP ₹143–₹165 चल रहा है। यानि लिस्टिंग पर ₹713–₹735 की रेंज में ट्रेड हो सकता है। सब्सक्रिप्शन रेट भी शानदार रहा, खासकर QIB और HNI श्रेणियों में।

Indiqube Spaces Ltd

यह कंपनी coworking space और commercial real estate solutions प्रदान करती है। स्टार्टअप और MSMEs की ग्रोथ के साथ इसका बिजनेस भी तेजी से बढ़ रहा है। पिछले कुछ सालों में इसका रेवेन्यू ग्राफ ऊपर गया है और EBITDA मार्जिन में भी सुधार हुआ है।

Indiqube का IPO ₹225–₹237 के प्राइस बैंड में खुला है और इसका GMP फिलहाल ₹40 के आसपास चल रहा है। यह एक सस्टेनेबल बिजनेस मॉडल पर काम करती है, जिससे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए भी यह एक आकर्षक विकल्प बन जाती है।

PropShare Titania SM REIT

यह SM REIT स्कीम भारत में बहुत नई है, लेकिन काफी लोकप्रिय हो रही है। इसके जरिए रिटेल निवेशक कम से कम राशि में रियल एस्टेट में निवेश कर सकते हैं। ₹473 करोड़ के इस इश्यू का फोकस बेंगलुरु की कमर्शियल प्रॉपर्टीज पर है, जिससे इसका स्थिर रेंटल इनकम और कैपिटल ग्रोथ सुनिश्चित होता है।

इसमें GMP का सटीक डेटा उपलब्ध नहीं है लेकिन एनालिस्ट इसे लॉन्ग टर्म इनकम यील्ड टूल के रूप में देख रहे हैं।

Monarch Surveyors

SME सेगमेंट की यह कंपनी इंश्योरेंस और इंवेंटरी वैल्यूएशन सेवाएं प्रदान करती है। IPO का प्राइस ₹250 माना जा रहा है और GMP ₹150 के आसपास—यानी 60% का संभावित गेन। SME सेगमेंट में यह अब तक की सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली कंपनी बन चुकी है।

इसमें रिटेल निवेशकों की मजबूत भागीदारी देखी जा रही है, जो इसे लिस्टिंग के पहले ही काफी मांग वाली बना देती है।

Savy Infra & Logistics

यह कंपनी कंस्ट्रक्शन और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर से जुड़ी हुई है और इसका टारगेट ₹70 करोड़ का है। IPO ₹114–₹120 की रेंज में है और GMP करीब ₹10–₹12 दिखा रहा है। इस कंपनी का स्केलेबल मॉडल और सीमित प्रतिस्पर्धा इसे थोड़ा आकर्षक बनाती है, लेकिन लॉन्ग टर्म निवेश के लिहाज़ से रिस्क फैक्टर भी मौजूद हैं।


IPOs This Week : SME IPOs की भूमिका

छोटे निवेशकों के लिए मौका

SME IPOs उन निवेशकों के लिए खास होते हैं जो कम पूंजी में बड़ा रिटर्न कमाने की चाह रखते हैं। चूंकि इनका इश्यू साइज छोटा होता है, इसलिए इनपर ध्यान भी कम जाता है और अगर कंपनी सही है, तो जल्दी रिटर्न देने की क्षमता रखती है। Monarch Surveyors, GNG Electronics, TSC India जैसी कंपनियां इस हफ्ते SME निवेशकों के लिए प्रमुख विकल्प हैं।

इनमें GMP काफी ऊंचा चल रहा है, जो निवेशकों की मजबूत रुचि दर्शाता है। साथ ही SME IPOs में अलॉटमेंट मिलने की संभावना भी ज्यादा होती है क्योंकि रिटेल कोटा बेहतर होता है।

SME GMP का मूल्यांकन

हालांकि SME GMP ज्यादा हो सकता है, लेकिन उसमें रिस्क भी बहुत अधिक होता है। कंपनियों की फंडामेंटल रिपोर्ट्स कम होती हैं और कई बार ट्रैक रिकॉर्ड भी सीमित होता है। इसलिए GMP देखने के साथ-साथ कंपनी की बैलेंस शीट, ऑडिट रिपोर्ट, प्रमोटर की क्वालिटी जैसे फैक्टर्स को देखना जरूरी है।

कई SME IPOs में ऐसा देखा गया है कि लिस्टिंग के दिन प्रीमियम मिलने के बाद शेयर प्राइस धीरे-धीरे गिरने लगता है। इसलिए लॉन्ग टर्म के लिए SME IPO तभी चुनें जब आपने पूरा रिसर्च किया हो।

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