Stock Market Crash : शेयर बाज़ार को क्या हुआ कि तेजी अचानक मंदी में बदल गई, सेंसेक्स 800 अंक से ज्यादा गिरा, निफ्टी भी नीचे.

Stock Market Crash शेयर बाजार में सोमवार का दिन काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा। हफ्ते के पहले दिन कारोबार की शुरुआत ग्रीन जोन में हुई, लेकिन कुछ घंटों के भीतर ही बाजार की दिशा पूरी तरह से बदल गई। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी दोनों लाल निशान में पहुंच गए।


Stock Market Crash कारोबार के शुरुआती घंटे में तेजी

  • हफ्ते की शुरुआत सकारात्मक रही।
  • सेंसेक्स ने 280 अंकों की बढ़त के साथ कारोबार शुरू किया और यह 79,503 के स्तर पर पहुंच गया।
  • निफ्टी ने भी बढ़त दिखाई और यह 24,087.75 के उच्च स्तर तक पहुंचा।
  • बाजार में यह तेजी शुरुआत में बड़े निवेशकों की खरीदारी और ग्लोबल संकेतों के आधार पर देखी गई।

Stock Market Crash अचानक आई गिरावट

  • बाजार खुलने के दो घंटे के भीतर तेजी मंदी में बदल गई।
  • सेंसेक्स 849.50 अंक या 1.07% की गिरावट के साथ 78,373.61 पर बंद हुआ।
  • निफ्टी में भी गिरावट देखी गई, यह 266.50 अंक या 1.11% गिरकर 23,738.25 पर बंद हुआ।
  • यह बदलाव वैश्विक बाजारों से कमजोर संकेतों और घरेलू स्तर पर निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली के कारण हुआ।

Stock Market Crash किन सेक्टर्स में रही सबसे ज्यादा गिरावट?

लार्ज-कैप कंपनियों की स्थिति:

  • टाटा स्टील: 3.62% की गिरावट के साथ ₹133.30 पर कारोबार कर रहा था।
  • अदानी पोर्ट्स: 2% की गिरावट।
  • कोटक बैंक: 2.57% की गिरावट।
  • पावर ग्रिड: 2.10% की गिरावट।
  • एशियन पेंट्स: 2% नीचे।

मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों की हालत खराब:

  • मिडकैप स्टॉक्स:
    • फ्लोरोकेम: 4.90% की गिरावट।
    • IREDA: 4.27% की गिरावट।
    • ऑयल इंडिया: 3.74% की गिरावट।
  • स्मॉलकैप स्टॉक्स:
    • जय कॉर्प लिमिटेड: 9.20% की गिरावट।
    • AGI स्टॉक: 8.31% की गिरावट।
    • मॉर्पेन लैब: 6.96% की गिरावट।

Stock Market Crash गिरावट के पीछे के मुख्य कारण

  1. वैश्विक संकेत:
    • अमेरिका और यूरोप के बाजारों में कमजोरी का असर घरेलू बाजार पर पड़ा।
    • फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में और बढ़ोतरी के संकेत से निवेशकों की धारणा कमजोर हुई।
  2. घरेलू निवेशकों की मुनाफावसूली:
    • पिछले हफ्ते बाजार ने लगातार तेजी दर्ज की थी, जिससे निवेशकों ने मुनाफा काटना शुरू किया।
    • खासकर बैंकिंग, मेटल और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में बिकवाली ज्यादा देखने को मिली।
  3. कमजोर रुपए का असर:
    • डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ, जिससे विदेशी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा।
    • विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने बड़े स्तर पर बिकवाली की।

Stock Market Crash बाजार में आगे की रणनीति

  1. निवेशकों को सतर्कता बरतने की सलाह:
    • बाजार में उतार-चढ़ाव बना रह सकता है।
    • केवल फंडामेंटली मजबूत स्टॉक्स में निवेश करना उचित रहेगा।
  2. ग्लोबल ट्रेंड्स पर नजर रखें:
    • अमेरिकी बाजारों और फेडरल रिजर्व के बयानों पर ध्यान देना जरूरी है।
  3. लार्ज-कैप स्टॉक्स पर फोकस:
    • गिरावट के दौरान ब्लू-चिप कंपनियों में निवेश करना सुरक्षित हो सकता है।

क्या निवेशकों को घबराने की जरूरत है?

बाजार में गिरावट अस्थायी हो सकती है, लेकिन यह संकेत देती है कि बाजार में खरीदारी के साथ ही जोखिम भी बना हुआ है।
यदि आपका निवेश लॉन्ग-टर्म है, तो ऐसे उतार-चढ़ाव के दौरान धैर्य रखना चाहिए।

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